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  आप से दूर हम चलेंगे फ्रेंड लाइक यू हम कहेंगे हम अपने दिल को कैसे संभाल सकते हैं लेकिन हमने कहा कि हम अपनी आंखों के आंसू छुपाएंगे।...............

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आपका प्यार मेरे लिए एक आश्चर्य की तरह है.... आपके विचार मुझे सोचने पर मजबूर करते हैं...... जब मैं तुम्हारे बारे में सोचता हूं तो मैं खुद को बेखबर पाता हूं..... मेरे लिए बेस्ट टाइम पास आपके बारे में आश्चर्य करने जैसा है....  💆💆💆💆💗💗💖💖

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मेरी  सारी हसरतें  मचल  गयी , जब   तुमने   मुझे   देखा   एक   पल   के   लिए , ज़रा   सोचो .. मेरी   इश्क़ -ए -दीवानगी   क्या   होगी , अगर  तुम  मुझे  मिल  गयी  उम्र  भर  के  लिए .💓💓💓💔💔💗💗💗

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 " एहसास" वो एहसास भी कितना काश था जब तु मेरे और मैं तेरे पास था | कहने को अपने बीच था मिलों का फासला, हकीकत में ये फासला कुछ ना था यूँ तो एक दूसरे से कभी ना मिले फिर भी अपने बीच कितना प्यार था वास्तव में वो एहसास भी कितना काश था जब तु मेरे और मैं तेरे पास था | यू तेरा रातों को मुझे जगाना, मुझे प्यार से पागल पागल कहकर बुलाना | और एक दूसरे मे खो - कर भूल जाना ये जमाना, जिसे देखकर लगता था कि अपने बीच कितना प्यार था | वास्तव में वो एहसास भी कितना काश था | जब तु मेरे और मैं तेरे पास था || __________________________________ ✍️Badboy  (sajjan)

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 छोड़ कर तेरा आंगन , मैं किसी और आंगन में कैसे रह पाऊंगी । तेरे आंगन की तुलसी मैं , किसी और आंगन में कैसे खिल पाऊंगी।। बन तेरे आंगन की चिड़िया मैं, चहका करती हूं पूरे आंगन में । छोड़ तेरे आंगन को , बताओ क्या मैं वहां चहक पाऊंगी ।। जिस आंगन में मां ने दूर रखा सारी जिम्मेदारियों से। छोड़ कर इस आंगन को , मैं वहां वो जिम्मेदारियां कैसे ले पाऊंगी । आपकी उंगली पकड़कर चलने से जो विश्वास मुझे मिलता था , क्या किसी अनजान का हाथ पकड़ कर वो विश्वास फिर से पाऊंगी । छोड़ कर तेरा आंगन , मैं किसी और आंगन में कैसे रह पाऊंगी । तेरे आंगन की तुलसी मैं , किसी और आंगन में कैसे खिल पाऊंगी।। By-sajjan(badboy)

Shayri 2021

  आजकल कम बोलने लगा हूं  क्योंकि अब मेरी कलम ज्यादा बोलने लगी हैं।